जय जय श्री  यमुना, माँ धन्य धन्य श्री यमुना ।

जोता जनम सुधार्या , जोता जनम सुधार्या , धन्य धन्य श्री यमुना , माँ जय जय श्री यमुना ॥

शामलाडी सूरत माँ मूरत माधुरी, माँ मूरत माधुरी । प्रेम सहित पटरानी, पराक्रमे पूरया,  माँ जय जय श्री यमुना ॥

गह्वर चाल्या माँ,   गंभीरे घेरया ,  माँ गम्भीरे घेरया । चूंदडिये चटकाव्या पहरया ने लहरया माँ जय जय श्री यमुना ॥

भुज कंकण रूडा माँ गुजरिया  चूड़ी, माँ गुजरिया  चूड़ी ।  बाजूबंद ने वेरखा, पहोंची  रत्न जड़ी माँ जय जय श्री यमुना ॥

झांझर ने झमके माँ बिछिया ने ठमके, माँ बिछिया ने ठमके ।  नूपुर ने नादे माँ घूघरी ने घमके माँ जय जय श्री यमुना  ॥

सोला श्रृंगार सज्या माँ नकबेसर मोती , माँ नकबेसर मोती । आभरण मा आपो छो , दर्पण मुख जोता माँ जय जय श्री यमुना ॥

तट अंतर रूडा माँ शोभित जल भरिया, माँ शोभित जल भरिया ।    मनवांछित मुरलीधर, सुन्दर वर वरिया माँ जय जय श्री यमुना  ॥

लाल कमल लपटया माँ जोवाने गया था, माँ जोवाने गया था ।  कहे माधव परिक्रम्मा , ब्रज नी करवा ने गया था माँ जय जय श्री यमुना ॥

श्री यमुना जी नी आरती विश्राम घाटे थाय माँ विश्राम घाटे थाय । तैंतीस करोड देवता दर्शन करवा जाय माँ जय जय श्री यमुना ॥

श्री यमुना नी आरती जो कोई गाशे माँ जो कोई गाशे । तेना जनम मरण  संकट सर्वे दूर थाशे माँ जय जय श्री यमुना ॥

एटली विनती करूँ माँ तव चरणे राखो , माँ तव चरणे राखो । दास क़रीने स्थापो ब्रज मा वास आपो माँ जय जय श्री यमुना ॥

जय जय श्री  यमुना, माँ धन्य धन्य श्री यमुना । जोता जनम सुधार्या , जोता जनम सुधार्या , धन्य धन्य श्री यमुना

माँ जय जय श्री यमुना