झूला तो डाल्या श्री वृन्दावन बाग में जी |

राधा ने झुला डारो ,रेशम डोर को जी

एजी कोई डारो हे जमूना बाग !

लम्बे लम्बे झोटा झूले रानी राधिका जी

एजी कोई श्याम सुनावे मुरली राग !

सखिया झुलावे भैना हिलमिल प्रेम से जी

…एजी कोई गांवे गीत सुहाग !

राधे की चोटी ऐसे देखो उडी रही जी

एजी कोई जैसे होय करो नाग !